Bail There is no definition of the term “bail” under the criminal procedure code though the terms “bailable” and “non-bailable” have been defined. In other word Bail, in law, means procurement of release from imprisonment of a person awaiting trial or an appeal, by the deposit of security to ensure his submission at the required […]
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Provision of Tripal Talaq in hindi || जानिये क्या है ट्रिपल तालाक का नया कानून ||ट्रिपल तालाक कानून पर संक्षेप विवरण
जानिये क्या है ट्रिपल तालाक का नया कानून Tripal Talaq in hindi:– इस्लाम में तीन तलाक एक स्त्री के जीवन की नींव को पल भर में हिला देने वाला एक गंभीर मुद्दा है। जैसा कि इस्लाम में निकाह दो लोगों के बीच एक कॉन्ट्रैक्ट (संविदा) है, लेकिन इसमें स्त्री और पुरुष दोनों की रजामंदी जरूरी […]
Section-498A of Indian Penal Code– Its Use And Misuse
Section-498A Use And Misuse To start with first we have to look that what this word marriage means. ‘Marriage is the voluntary union for life of one man and one woman to the exclusion of all others.’ It is a social institution where husband has the responsibility to take care and maintain his wife. He […]
International Cybercrime
International Cyber crime “Cyber crime”. cyber crime is criminal activity over the medium to computer, cell phones, mobile, and other device according to Information and communication technology etc. and illegal internet-mediated activities that often take place in global electronic networks. In other word cyber crime is a crime that involves a computer and a network. […]
क्या पत्नी को घर चलाने का खर्चा और उसकी निजी जरूरतों का खर्चा नहीं देना घरेलु हिंसा के अपराध की श्रेणी में आता है ? || Is not giving adequate money to the wife for her personal Exp and the money to run the household become a part of Domestic Violence?
क्या पत्नी को घर चलाने का खर्चा और उसकी निजी जरूरतों का खर्चा नहीं देना घरेलु हिंसा के अपराध की श्रेणी में आता है ? जी हां, पति द्वारा पत्नी को घर चलाने का खर्चा और उसकी निजी जरूरतों को पूरा करने के लिए खर्चा ना देना घरेलु हिंसा की श्रेणी का अपराध है, जिसके […]
पॉक्सो कानून पर संक्षिप्त विवरण नए संसोधन के साथ (Brief description on POCSO law with new amendment)
पॉक्सो कानून क्या है ? यह कब और क्यों लागू हुआ ?(what is POCSO law ? When and why it came into force?) पॉक्सो का पूरा नाम “प्रोटेक्शन ऑफ चिल्ड्रेन फ्रॉम सेक्सुअल ऑफेंस” है, जिसका हिंदी में अर्थ लैंगिक अपराधो से बालको का संरक्षण है | वर्तमान युग में मासूम एवं नाबालिग़ बच्चो के साथ […]
क्या कोई हिन्दू व्यक्ति जीवन साथी के जीवित रहते दूसरा विवाह कर सकता है? || Can a hindu person marry another while living partner?
क्या कोई हिन्दू व्यक्ति जीवन साथी के जीवित रहते दूसरा विवाह कर सकता है ? इसका जवाब है नहीं. हिंदू विवाह अधिनियम की धारा 5(1) के अनुसार प्रथम विवाह के पक्षकार के जीवित रहते दूसरा विवाह मान्य नहीं होगा | यह विवाह कानून के प्रतिकूल तथा निष्प्रभावी माना जाएगा, सुप्रीम कोर्ट ने एक फैसले में कहा […]
क्या किसी दुसरे पुरुष की पत्नी के साथ नाजायज रिश्ता रखना अपराध है ? || Is it a crime to have an illegitimate relationship with another man’s wife?
क्या किसी दूसरे पुरुष की पत्नी के साथ नाजायज रिश्ता रखना अपराध है? इसका जवाब है नहीं | अब किसी दुसरे पुरुष की पत्नी के साथ नाजायज रिश्ता रखना अपराध नहीं माना जायेगा, सुप्रीम कोर्ट द्वारा 158 वर्ष पुराने व्यभिचार के कानून को समाप्त कर दिया गया है, पांच जजों की बेंच द्वारा कोर्ट ने […]
यदि कोई पुलिस अधिकारी किसी व्यक्ति को गिरफ्त्तार कर ले, तो इसकी जानकारी गिरफ्तार व्यक्ति के मित्र या रिश्तेदार को देनी चाहिए या नहीं?|| If a police officer arrested any person, it’s information should be given to the friend or relative of the arrested any person or not? || Police Procedure for arresting someone
यदि कोई पुलिस अधिकारी किसी व्यक्ति को गिरफ्त्तार कर ले, तो इसकी जानकारी गिरफ्तार व्यक्ति के मित्र या रिश्तेदार को देनी चाहिए या नहीं? || Police Procedure for arresting someone Police Procedure for Arresting Someone– इसका जवाब हां में है, कानून व्यवस्था बनाये रखने के लिए पुलिस को गिरफ्तारी का अधिकार है, और यदि पुलिस […]
IMPORTANT CASE LAWS ON SECTION 138 OF THE NEGOTIABLE INSTRUMENT ACT || CASE STUDY OF CHEQUE BOUNCE 138 OF NEGOTIABLE INSTRUMENT ACT
IMPORTANT CASE LAWS ON SECTION 138 OF NEGOTIABLE INSTRUMENT ACT || Case Study on Cheque Bounce:- In Krishan Lal More and another v M/s Bibby Financial Services India Pvt. Ltd. And another,1 the High Court (Punjab & Haryana) held that the provision of Section 202 CPC are not applicable to the complaints filed under Section 138 of the […]